राजगढ़(मध्य प्रदेश):- एक कहावत कही गई है कि गेहूं के साथ घुन भी पिसता है। ऐसी ही एक आज घटना है सामने आई है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे।
कहते हैं ना कि प्यार अंधा होता है प्यार दिन रात नहीं देखता। एक युवक को प्यार करना भारी पड़ गया। प्रेमी अपनी प्रेमिका से मिलने उसके गांव पहुंच गया है। और तो और युवक की प्रेमिका शादीशुदा थी। मामला मध्य प्रदेश के राजगढ़ जनपद का है। राजगढ़ कोतवाली के अंतर्गत आने वाले गोरख पुरा गांव में मंगलवार दोपहर को एक बड़ा ही आश्चर्यचकित मामला सामने आया है।जहां खुजनेर क्षेत्र के आसपास गांव के युवक अपनी विवाहित प्रेमिका से मिलने आया था। उसके साथ तीन चार युवक भी साथ आए थे। ग्रामीणों ने बताया कि विवाहित महिला के साथ रंगे हाथ घर में पकड़े जाने पर युवक को पकड़ कर जमकर पिटाई कर दी
और उस युवक के साथ आए तीन युवकों को भी पास के ही गांव रोजड से पकड़ लिया जहां उनको भी बहुत पीटा गया है।
मामले में पुलिस को सूचना दी गई बाद में पुलिस उन्हें पेड़ से बंधे हुए युवकों को रस्सी छोड़कर पुलिस अपने साथ पकड़कर थाने ले गई
कवरेज करने के दौरान गोरखपुरा के लोगों ने मीडिया के साथ भी झूमा झटकी की गई है वीडियो नहीं बनाने दिया गया
हालाकि मारपीट करते समय यह बात किसी को समझ नहीं आ रही थी कि ग्रामीण इन युवकों को क्यू मार रहे है।
हालांकि उसी समय पुलिस अधीक्षक प्रदीप श्री प्रदीप शर्मा और थाना प्रभारी सुनील श्रीवास्तव को मामले से अवगत करा गया है।
जहां थाना प्रभारी श्री श्रीवास्तव ने मौके पर पुलिस भेजने की बात कही
उसके करीब एक घंटे बाद मौके पर डायल100 पुलिस पहुंची जहां पेड़ से बंधे हुए युवकों को पुलिस ने रस्सी से मुक्त कराते हुए अपने साथ राजगढ़ थाना ले गई
वही उनके साथ तीन युवक भी थे जिनका कहना था कि वहां बिल्कुल निर्दोष है उनको जबरन ही मारा पीटा है उनका कोई कसूर नहीं है
एक कि गलती है और और हम सभी को पीटा गया है।पुलिस अब मामले की विवेचना कर रही है ।
उक्त घटना आज मंगलवार के दोपहर करीब 2:45 की बताई जा रही हैं।
जहां ग्रामीणों ने युवकों कि करीब डेढ़ घंटे तक पेड़ में बांधकर जमकर पिटाई की है।जानकारी है कि पकड़े गए युवक खुजनेर क्षेत्र के आसपास के हैं
मामले में थाना प्रभारी सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि कारवाही की जा रही है, घटना की भी जांच की जा रही है संबंधित महिला को भी थाने बुलाया गया है जांच की जा रही है जांच के बाद ही आगे की बात बताई जाएगि।
रिपोर्ट : ठाकुर हरपाल सिंह परमार