मध्य प्रदेश :- आज जहाँ कोरोना महामारी के चलते प्रशासन के साथ पत्रकार अपनी जान की परवाह ना करते हुए, और कोविड 19 के चलते दुनिया के हर कोने की खबर आम लोगो के सामने खुली किताब के सामान रखते हैं ,और खुद प्रशासन को अवगत कराते हैं।
क्योंकि पत्रकार का स्थान विश्व में चौथा स्थान दिया गया है कहने का तात्पर्य है कि चौथा स्तंभ के रूप में है, फिर भी कलम के सिपाही के साथ इस प्रकार की घटना और अत्याचार होने के बाद भी प्रशासन आंखे मूंदे बैठा।
दिनांक 24 जुलाई शाम को अशिमान्यता प्राप्त वरिष्ठ हिंदी पत्रकार ठाकुर जगदीश सिंह परमार की तबियत तकरीबन 2:30 बजे अचानक बिगड़ गई तुरंत अस्पताल में एडमिट कराया गया,डॉक्टर द्वारा स्पष्ट रूप से बोल गया कि परमार जी को तुरंत भोपाल के लिए रेफर किया जाता है।
हमने परिजनों ने तुरंत रात्रि 7 बजकर 20 मिनट पर 108 को फोन लगाया गया।
108 वाहन से संबंधित इंचार्ज से बात हुई,और बोला गया कि हम 20 मिनट में आ रहे हैं, परंतु फिर से एक बड़ी लापरवाही के चलते 108 नही आई और बार बार 108 पर काल करने पर 108 इंचार्ज बस 5 मिनिट का आश्वासन ही देते रहे।
आखिरकार 108 के वाहन चालक द्वारा लापरवाही करते हुए रात्रि 9:00 बज कर 20 मिनट पर लापरवाह ड्राइवर 108 को लेकर आया, परिजनों द्वारा तुरंत 108 में परमार साहब को अव्यवस्थित रूप से लिटाया गया और लापरवाह ड्राइवर द्वारा यह बोला गया मरीज के साथ कौन कौन व्यक्ति है।
जल्दी करिए मुझे और भी काम है तुरंत आनन-फानन मे पत्रकार श्री परमार जी को अव्यवस्थित 108 में लेटाया गया परिजनों ने जब ड्राइवर से पूछा भाई पीछे क्या व्यवस्था है ऑक्सीजन, लाईट, और फैन बढ़िया चल रहा है।
108 ड्रावर ने बताया कि आपको बैठना है तो बैठो नही तो आपके मरीज़ को बाहर निकाल लो।
ना तो इसमें लाइट है और ना ही पंखे की व्यवस्था है ऑक्सीजन की मात्रा भी कम है लेकिन मरीज को देखते हुए हम कैसे ना कैसे इन्हें भोपाल पहुंचा देंगे।
108 की लापरवाही के चलते और ड्राइवर की लापरवाही चलते शासन की लापरवाही चलते, रात्रि 11:05 पर वरिष्ठ पत्रकार परमार साहब का अंत हो गया।
फिर भी विश्वास नहीं हुआ उनके दोनों पुत्रों ने नरसिंहगढ़ के निजी डॉक्टर के पास चेकअप कराया डॉक्टर ने बोला इनका देहांत हो चुका है।
108 इमरजेंसी में लाइट,फेन और सबसे जरूरत वाली आक्सीजन पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए,,
मगर प्रशासन की लापरवाही के चलते 108 इमरजेंसी के चलते आम मरीज़ों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है,,
ऐसे 108 इंचार्ज और ड्रावर के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
रिपोर्ट हरपाल सिंह